Ghazals of Shakeel Gwaliari
नाम | शकील ग्वालिआरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shakeel Gwaliari |
जन्म स्थान | Gwalior |
ये सिलसिला ग़मों का न जाने कहाँ से है
ये दिल हर इक नई कोशिश पे यूँ धड़कता है
शहर का शहर जानता है मुझे
रूह से कब ये जिस्म जुदा है
ख़्वाबों की रहगुज़र से ख़यालों की राह से
जब क़ाफ़िला यादों का गुज़रा तो फ़ज़ा महकी
जान की बारी है अब दिल का ज़ियाँ ऐसा न था
हम पर जितने वार हुए भरपूर हुए
हम कब उस राह से गुज़रते हैं
ग़म का सूरज कभी ढलता ही नहीं
इक आस का दिया तो दिल में जलाते जाओ
चाक कर कर के गरेबाँ रोज़ सीना चाहिए
आवाज़ों के जाल बिछाए जाते हैं
आज उस बज़्म में यूँ दाद-ए-वफ़ा दी जाए