शाइक़ मुज़फ़्फ़रपुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शाइक़ मुज़फ़्फ़रपुरी
नाम | शाइक़ मुज़फ़्फ़रपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shaiq Muzaffarpuri |
शाम को सुब्ह से ताबीर करो तुम लेकिन
न दिन ही चैन से गुज़रा न कोई रात मिरी
चाँद-सूरज न सही एक दिया हूँ मैं भी
बेदार की निगाह में कल और आज क्या