वो कौन था वो कहाँ का था क्या हुआ था उसे
सुना है आज कोई शख़्स मर गया यारो
Jaun Eliya
Allama Iqbal
Mir Taqi Mir
Ahmad Faraz
Rahat Indori
Habib Jalib
Anwar Masood
Faiz Ahmad Faiz
Gulzar
Javed Akhtar
Mohsin Naqvi
Wasi Shah
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(558) Peoples Rate This
ये जब है कि इक ख़्वाब से रिश्ता है हमारा
अब के बरस
सीने में जलन आँखों में तूफ़ान सा क्यूँ है
अजीब सानेहा मुझ पर गुज़र गया यारो
एतराफ़
एक और मौत
पल भर में कैसे लोग बदल जाते हैं यहाँ
मिशअल-ए-दर्द फिर एक बार जला ली जाए
फ़रेब-दर-फ़रेब
कहिए तो आसमाँ को ज़मीं पर उतार लाएँ
तू कहाँ है तुझ से इक निस्बत थी मेरी ज़ात को
फिर सफ़र बे-सम्त बे-मंज़िल हुआ