Ghazals of Shahid Kamal (page 2)

Ghazals of Shahid Kamal (page 2)
नामशाहिद कमाल
अंग्रेज़ी नामShahid Kamal
जन्म की तारीख1982

चश्म-ए-ख़ुश-आब की तमसील में रहने वाले

भर गए ज़ख़्म तो क्या दर्द तो अब भी कोई है

ब-हर्फ़-ए-सूरत इंकार तोड़ दी मैं ने

अपनी तन्हाई का सामान उठा लाए हैं

अक्स आईना-ख़ाना से अलग रक्खा है

ऐ ज़ौक़ अर्ज़-ए-हुनर हर्फ़-ए-ए'तिदाल में रख

अब्र लिखती है कहीं और घटा लिखती है

आज फिर रू-ब-रू करोगे तुम

शाहिद कमाल Ghazal in Hindi - Read famous शाहिद कमाल Shayari, Ghazal, Nazams and SMS. Biggest collection of Love Poetry, Sad poetry, Sufi Poetry & Inspirational Poetry by famous Poet शाहिद कमाल. Free Download Best Ghazal, Sufi Poetry, Two Lines Sher, Sad Poetry, written by Sufi Poet शाहिद कमाल. शाहिद कमाल Ghazals and Inspirational Nazams for Students.