Ghazals of Shahid Jamal
नाम | शाहिद जमाल |
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अंग्रेज़ी नाम | Shahid Jamal |
फूलों से सज गई कहीं सब्ज़ा पहन लिया
पहाड़ होने का सारा ग़ुरूर काँप उठा
किताब-ए-दिल के वरक़ जो उलट के देखता है
कैसे तोड़ी गई ये हद्द-ए-अदब पूछते हैं
कहीं का ग़ुस्सा कहीं की घुटन उतारते हैं