Ghazals of Shahid Fareed
नाम | शाहिद फ़रीद |
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अंग्रेज़ी नाम | Shahid Fareed |
तेरे दर्शन सदा नहीं होते
मुज़्तरिब सा रहता है मुझ से बात करते वक़्त
कोई बच नहीं पाता ऐसा जाल बुनते हैं
किस क़दर है मुहीब सन्नाटा
कभी ग़मी के नाम पर कभी ख़ुशी की आड़ में
हम दोनों ने नाम लिखा था साहिल पर
ग़म का कोई तो हल तलाश करें
अपने हमराह मोहब्बत के हवाले रखना