शाहिद अहमद शोएब कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शाहिद अहमद शोएब
नाम | शाहिद अहमद शोएब |
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अंग्रेज़ी नाम | Shahid Ahmad Shoaib |
ज़िंदगी पाने की हसरत है तो मरता क्यूँ है
यूँ देखने को देखते रहते हैं ख़्वाब लोग
वो बे-नियाज़ शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल गया
दिल के ज़ख़्मों की लवें और उभारो लोगो
दम अजनबी सदाओं का भरते हो साहिबो
ऐ निगार-ए-ग़म-ओ-आलाम तिरी उम्र दराज़
ऐ निगार-ए-ग़म-ओ-आलाम तिरी उम्र दराज़