शहाब अशरफ़ कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का शहाब अशरफ़
नाम | शहाब अशरफ़ |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Shahab Ashraf |
ख़ून ये जाता रगों से फूट कर
वो बदन फूल की बाहोँ में पला हो जैसे
मुझ को शाम-ए-हिज्र की ये जल्वा-आराई बहुत
भरा घर है कोई सहरा नहीं है
नाम | शहाब अशरफ़ |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Shahab Ashraf |
ख़ून ये जाता रगों से फूट कर
वो बदन फूल की बाहोँ में पला हो जैसे
मुझ को शाम-ए-हिज्र की ये जल्वा-आराई बहुत
भरा घर है कोई सहरा नहीं है