Ghazals of Shafiq Dehlvi
नाम | शफ़ीक़ देहलवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shafiq Dehlvi |
ज़िंदगी तुझ से हमें अब कोई शिकवा ही नहीं
शब-ए-फ़िराक़ का मारा हूँ दिल-गिरफ़्ता हूँ
जैसे सुब्ह को सूरज निकले शाम ढले छुप जाए है
इक कार-ए-गराँ है खेल नहीं
दीवानगी-ए-शौक़ का सामाँ सजा के ला
दिल टूट चुका तार-ए-नज़र टूट रहा है