दिल तड़प जाए न क्यूँ सुन कर फ़ुग़ान-ए-अहल-ए-दर्द

दिल तड़प जाए न क्यूँ सुन कर फ़ुग़ान-ए-अहल-ए-दर्द

उन से पूछो जो समझते हैं ज़बान-ए-अहल-ए-दर्द

एक से इक बढ़ के है दिलचस्प दिलकश दिल-सिताँ

हाल-ए-दिल अफ़्साना-ए-ग़म दास्तान-ए-अहल-ए-दर्द

ये तो कहिए मुँह से इक उफ़ तक किसी ने की कभी

ले चुके हैं आप अक्सर इम्तिहान-ए-अहल-ए-दर्द

हाथ धो ले जान से कोई तो जी भर कर सुने

जाँ-सितान-ए-अहल-ए-दिल है दास्तान-ए-अहल-ए-दर्द

किस के आगे दर्द-ए-दिल अपना कहोगे तुम 'शफ़क़'

कोई दुनिया में नहीं अब क़द्र-दान-ए-अहल-ए-दर्द

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In Hindi By Famous Poet Shafaq Imadpuri. is written by Shafaq Imadpuri. Complete Poem in Hindi by Shafaq Imadpuri. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.