Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_2222faec76f33f99bd9f80a996859289, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
कौन सा रंग इख़्तियार करें? - शबनम रूमानी कविता - Darsaal

कौन सा रंग इख़्तियार करें?

कौन सा रंग इख़्तियार करें?

ख़ुद को चाहें कि तुझ से प्यार करें?

भीड़ में जो बिछड़ गए हम से

शाम ढलने का इंतिज़ार करें

पत्थरों से मोआ'मला ठहरा

सर-कशी क्यूँ न इख़्तियार करें?

रौशनी का यही तक़ाज़ा है

मेरे साए मुझी पे वार करें

गुम है तन्हाइयों में शहर का शहर

कैसे इन जंगलों को पार करें

जब हक़ीक़त भी ख़्वाब हो 'शबनम'

क्यूँ न ख़्वाबों का ए'तिबार करें

(556) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

In Hindi By Famous Poet Shabnam Rumani. is written by Shabnam Rumani. Complete Poem in Hindi by Shabnam Rumani. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.