Ghazals of Shabnam Naqvi
नाम | शबनम नक़वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shabnam Naqvi |
टूट के बादल फिर बरसा है
तब्सिरा यूँ न मिरे हाल पे इतना होता
पी रहा है ज़िंदगी की धूप कितने प्यार से
नाम | शबनम नक़वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Shabnam Naqvi |
टूट के बादल फिर बरसा है
तब्सिरा यूँ न मिरे हाल पे इतना होता
पी रहा है ज़िंदगी की धूप कितने प्यार से