दोस्ती का सितारा

यहाँ सूरज चमकता है

नदी के साफ़ पानी में

हवा मस्ताना फिरती है यहाँ

अपनी रवानी में

मगर दिन-भर मैं गुम रहता हूँ

ख़्वाब-ए-सख़्त-जानी में

सितारे

फिर सर-ए-शाम इस फ़ज़ा में तुम उभरते हो

मिरी हर शाख़ में

आसूदगी की शम्अ जलती है

मिरे हर बर्ग से

मौजूदगी की लौ निकलती है

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In Hindi By Famous Poet Shabbir Shahid. is written by Shabbir Shahid. Complete Poem in Hindi by Shabbir Shahid. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.