Ghazals of Shabbir Shahid
नाम | शब्बीर शाहिद |
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अंग्रेज़ी नाम | Shabbir Shahid |
सदा रहेगी यही रवानी रवाँ है पानी
मय-ए-फ़राग़त का आख़िरी दौर चल रहा था
जब ख़िलाफ़-ए-मस्लहत जीने की नौबत आई थी
जब ख़िलाफ़-ए-मस्लहत जीने की नौबत आई थी
बहार की धूप में नज़ारे हैं उस किनारे