अश्क बहाओ आह भरो फ़रियाद करो

अश्क बहाओ आह भरो फ़रियाद करो

कुछ तो क़फ़स में शिकवा-ए-इस्तिब्दाद करो

हर-सू मर्ग-आसार ख़मोशी छाई है

दर्द के मारो शोरिश-ए-हश्र ईजाद करो

सहरा सहरा ख़ाक उड़ाने से हासिल

क़र्या क़र्या क़स्र-ए-सितम बरबाद करो

अर्ज़-ए-तमन्ना पर अब क़दग़न क्या मा'नी

अपने वा'दे अपनी क़स्में याद करो

आओ आवारा-ओ-गुरेज़ाँ उम्मीदो

घर की वीरानी को फिर आबाद करो

शौक़-ए-तलब ही अव्वल-ओ-आख़िर मंज़िल है

क़ैस बनो या पैरवी-ए-फ़रहाद करो

औरों को तर्ग़ीब-ए-तरब देने वालो

हम ऐसे दरवेशों को भी शाद करो

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In Hindi By Famous Poet Shaad Amritsarii. is written by Shaad Amritsarii. Complete Poem in Hindi by Shaad Amritsarii. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.