Ghazals of Sayyad Zahiruddin Zaheer
नाम | सय्यद जहीरुद्दीन ज़हीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Sayyad Zahiruddin Zaheer |
जन्म की तारीख | 1938 |
फूलों को शर्मसार किया है कभी कभी
निकहत जो तिरी ज़ुल्फ़-ए-मोअ'म्बर से उड़ी है
लज़्ज़त-ए-दर्द-ए-अलम ही से सुकूँ आ जाए है
जिस्म-ए-बे-सर कोई बिस्मिल कोई फ़रियादी था
इश्क़ है दरिया-ए-आतिश तैर कर जाने का नाम
हुआ दे कर दबे शो'लों को भड़काया नहीं जाता
अपनी जौलाँ-गाह ज़ेर-ए-आसमाँ समझा था मैं