शाएरी झूट सही इश्क़ फ़साना ही सही
ज़िंदा रहने के लिए कोई बहाना ही सही
Javed Akhtar
Rahat Indori
Gulzar
Faiz Ahmad Faiz
Habib Jalib
Anwar Masood
Parveen Shakir
Allama Iqbal
Mohsin Naqvi
Wasi Shah
Jaun Eliya
Ahmad Faraz
Love Poetry
Funny Poetry
Sad Poetry
Rain Poetry
Sharabi Poetry
Friends Poetry
(745) Peoples Rate This
दिल माँगे है मौसम फिर उम्मीदों का
समुंदर की ख़ुश्बू
क्या करें आँख अगर उस से सिवा चाहती है
ये रस्ता
इक उम्र की देर
कब इस से क़ब्ल नज़र में गुल-ए-मलाल खिला
आसेब-सिफ़त ये मिरी तन्हाई अजब है
सफ़र की शाम सितारा नसीब का जागा
आब-ए-हैराँ पर किसी का अक्स जैसे जम गया
हम तो यूँ उलझे कि भूले आप ही अपना ख़याल