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शजर के भीतर छाती चिड़िया - सलाहुद्दीन महमूद कविता - Darsaal

शजर के भीतर छाती चिड़िया

शजर के भीतर छाती चिड़िया

सम्तों को धराती चिड़िया

नन्ही नाज़ुक काली रंगत

शजर सफेदा पाती चिड़िया

गुल होती ख़ुशबू के तन में

बीनाई को लाती चिड़िया

रात के लाज़िम अँधियारे में

सूरज को बहलाती चिड़िया

काली रंगत नीली बातें

आँखों को उजलाती चिड़िया

होंटों की ख़ुशबू की जानिब

आती और शरमाती चिड़िया

बहते पानी की सूरत से

लोहू को महकाती चिड़िया

बारिश के थमते आँगन में

शजर शजर बह जाती चिड़िया

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In Hindi By Famous Poet Salahuddin Mahmood . is written by Salahuddin Mahmood . Complete Poem in Hindi by Salahuddin Mahmood . Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.