ये कैसा हादसा गुज़रा ये कैसा सानेहा बीता
न आँगन है न छत बाक़ी न हैं दीवार-ओ-दर बाक़ी
Parveen Shakir
Mir Taqi Mir
Ahmad Faraz
Javed Akhtar
Faiz Ahmad Faiz
Rahat Indori
Habib Jalib
Wasi Shah
Allama Iqbal
Anwar Masood
Mohsin Naqvi
Jaun Eliya
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दुआओं में असर बाक़ी न आहों में असर बाक़ी
गुज़रा है नागवार उन्हें बे-कसी का शोर
हैं क़हक़हे किसी के किसी की हैं सिसकियाँ