Ghazals of Sajid Siddiqi Lakhnavi
नाम | साजिद सिद्दीक़ी लखनवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Sajid Siddiqi Lakhnavi |
शाम-ए-ग़म की सहर नहीं होती
नहीं है आशियाँ लेकिन है ख़ाक-ए-आशियाँ बाक़ी
जो महव-ए-हालात नहीं है
जज़्बा-ए-इश्क़ भी है गर्मी-ए-बाज़ार भी है
हिजाबात उठ रहे हैं दरमियाँ से
हर तमन्ना दिल से रुख़्सत हो गई
हर शय की अक़ीदत से तस्वीर नहीं बनती
है जुर्म मोहब्बत तो सज़ा क्यूँ नहीं देते