Ghazals of Saima Asma
नाम | साइमा असमा |
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अंग्रेज़ी नाम | Saima Asma |
उस रस्ते पर जाते देखा कोई नहीं है
सुनते रहते हैं फ़क़त कुछ वो नहीं कह सकते
सर-ए-ख़याल मैं जब भूल भी गई कि मैं हूँ
नक़्श जब ज़ख़्म बना ज़ख़्म भी नासूर हुआ
मयस्सर ख़ुद निगह-दारी की आसाइश नहीं रहती
कुछ बे-नाम तअल्लुक़ जिन को नाम अच्छा सा देने में
कोई इम्काँ तो न था उस का मगर चाहता था
ख़ाली हाथों में मोहब्बत बाँटती रह जाऊँगी