नज़र से दिल में समाने वाले मिरी मोहब्बत तिरे लिए है
नज़र से दिल में समाने वाले मिरी मोहब्बत तिरे लिए है
वफ़ा की दुनिया में आने वाले वफ़ा की दौलत तिरे लिए है
खड़ी हूँ मैं तेरे रास्ते में जवाँ उमीदों के फूल ले कर
महकती ज़ुल्फ़ों बहकती नज़रों की गर्म जन्नत तिरे लिए है
सिवा तिरी आरज़ू के इस दिल में कोई भी आरज़ू नहीं है
हर एक जज़्बा हर एक धड़कन हर एक हसरत तिरे लिए है
मिरे ख़यालों के नरम पौदों से झाँक कर मुस्कुराने वाले
हज़ार ख़्वाबों से जो सजी है वो इक हक़ीक़त तिरे लिए है
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