नहीं किया तो कर के देख
नहीं किया तो कर के देख
तू भी किसी पे मर के देख
हुस्न के बिखरे फूलों से
दिल की झोली भर के देख
कौन तुझे क्या कहता है
क्यूँ उस का ग़म सहता है
कुत्ते भौंकते रहते हैं
क़ाफ़िला चलता रहता है
कभी अपने मन की कर के देख
रहतीं रस्में तोड़ भी दे
दिल को अकेला छोड़ भी दे
दुनिया दिल की दुश्मन है
दुनिया का मुँह मोड़ भी दे
कुछ तो अनोखा कर के देख
एक रस्ता है दौलत का
दूसरा ऐश-ओ-इशरत का
तीसरा झूटी इज़्ज़त का
चौथा सच्ची उल्फ़त का
इस रस्ते से गुज़र के देख
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