बस अब तो दामन-ए-दिल छोड़ दो बेकार उम्मीदो
बहुत दुख सह लिए मैं ने बहुत दिन जी लिया मैं ने
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मेरे ख़्वाबों में भी तू मेरे ख़यालों में भी तू
चकले
नज़र से दिल में समाने वाले मिरी मोहब्बत तिरे लिए है
वैसे तो तुम्हीं ने मुझे बर्बाद किया है
जान-ए-तन्हा पे गुज़र जाएँ हज़ारों सदमे
आप दौलत के तराज़ू में दिलों को तौलें
26/जानवरी
मिरी नदीम मोहब्बत की रिफ़अ'तों से न गिर
मतलब निकल गया है तो पहचानते नहीं
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतना क़रीब से
रंगों में तेरा अक्स ढला तू न ढल सकी
बहुत घुटन है कोई सूरत-ए-बयाँ निकले