अब आएँ या न आएँ इधर पूछते चलो
क्या चाहती है उन की नज़र पूछते चलो
Javed Akhtar
Jaun Eliya
Rahat Indori
Habib Jalib
Ahmad Faraz
Mir Taqi Mir
Allama Iqbal
Gulzar
Anwar Masood
Wasi Shah
Parveen Shakir
Faiz Ahmad Faiz
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देखा तो था यूँही किसी ग़फ़लत-शिआर ने
गुलशन गुलशन फूल
ये ज़ुल्फ़ अगर खुल के बिखर जाए तो अच्छा
ब-शर्त-ए-उस्तुवारी
ग़ैरों पे करम अपनों पे सितम
जागीर
नालाँ हूँ मैं बेदारी-ए-एहसास के हाथों
मादाम
उमीद
हम ग़म-ज़दा हैं लाएँ कहाँ से ख़ुशी के गीत
बरसो राम धड़ाके से
भूल सकता है भला कौन ये प्यारी आँखें