Ghazals of Sahil Ahmad
नाम | साहिल अहमद |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Sahil Ahmad |
जन्म स्थान | Allahabad |
उस की आँखों में थी गहराई बहुत
नौ-ब-नौ एक उमडता हुआ तूफ़ान था मैं
नक़्श डरेगा जंगल में
मैं लबादा ओढ़ कर जाने लगा
क्या परिंदे लौट कर आए नहीं
धूप थी साया उठा कर रख दिया
चीख़ती गाती हवा का शोर था
आँख से आँसू टपका होगा
आईना मेरा बदल कर ले गया