ज़िंदगी और शराब की लज़्ज़त
ज़िंदगी और शराब की लज़्ज़त
इक निराला सुरूर देती है
एक करती है कारोबार-ए-ख़ुदा
एक तर्ग़ीब-ए-हूर देती है
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ज़िंदगी और शराब की लज़्ज़त
इक निराला सुरूर देती है
एक करती है कारोबार-ए-ख़ुदा
एक तर्ग़ीब-ए-हूर देती है
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