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कहानियाँ - सईदुद्दीन कविता - Darsaal

कहानियाँ

यहाँ ठीक इस जगह

जहाँ एक चटान एक गहरी खाई पर झुकी हुई है

यहाँ एक छितनार दरख़्त था

वो परिंदे यहाँ आते थे

जिन के बारे में लोगों में

अजीब अजीब कहानियाँ मशहूर हैं

इस चटान के पहलू में

एक आतिश-कदा है

जिस में हर वक़्त आग रौशन रहती है

जिस से उस के चारों ओर बैठे लोगों के चेहरे

इस क़दर रौशन हो जाते हैं

कि इस छितनार दरख़्त पर बैठे परिंदे

ख़ौफ़-ज़दा हो जाते हैं

लेकिन अब यहाँ कोई छितनार दरख़्त नहीं

आतिश-कदा सर हो गया

और उस आग से रौशन चेहरे भी

बुझ गए

अब सिर्फ़ खाई की तरफ़ झुकी चटान बाक़ी रह गई है

या वो अजीब-ओ-ग़रीब कहानियाँ

जो खाई और झुकी चटान के गिर्द चक्कर लगा लगा कर

अब बुरी तरह उक्ता चुकी हैं

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In Hindi By Famous Poet Saeeduddin. is written by Saeeduddin. Complete Poem in Hindi by Saeeduddin. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.