Ghazals of Saeed Rahi
नाम | सईद राही |
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अंग्रेज़ी नाम | Saeed Rahi |
ये हक़ीक़त है कि होता है असर बातों में
वो अंजुमन में रात अजब शान से गए
पसीने पसीने हुए जा रहे हो
नहीं है ये तिरा कूचा नहीं है
मेरे जैसे बन जाओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जाएगा
कोई पास आया सवेरे सवेरे
ख़ंजर से करो बात न तलवार से पूछो
इतना तो हुआ ऐ दिल इक शख़्स के जाने से
आँख से आँख मिला बात बनाता क्यूँ है