साबिर अदीब कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का साबिर अदीब
नाम | साबिर अदीब |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Sabir Adeeb |
तिलिस्म टूट गया शब का मैं भी घर को चलूँ
मैं अकेला हूँ तू भी तन्हा है
इस क़दर ऊँची हुई दीवार-ए-नफ़रत हर तरफ़
तुझे तलाश है जिस की गुज़र गया कब का
मुझ से पहले मिरे वतीरे देख
क्या पता क्या था उधर और क्या न था
कैसी मअनी की क़बा रिश्तों को पहनाई गई