Ghazals of Sabiha Saba, Pakistan
नाम | सबीहा सबा, पाकिस्तान |
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अंग्रेज़ी नाम | Sabiha Saba, Pakistan |
जन्म स्थान | UAE |
ये दिल की दास्तान है कि दिल ग़ुलाम कर दिया
तू नहीं है तो मिरी शाम अकेली चुप है
क़लम को इस लिए तलवार करना
जो भी होगा वार देखा जाएगा
जब कभी हादसात ने मारा
जान गए तो मान लिया
ग़मों से अपने कोई शख़्स चूर होता है
इक तिरी याद से यादों के ख़ज़ाने निकले
दिल में आ जा दिलबर साईं
अजब सी बे-कली से चूर कोई
अगर नहीं है इजाज़त सवाल मत करना