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ऐसे बीमार की दवा क्या है - रिफ़अत ज़मानी बेगम इस्मत कविता - Darsaal

ऐसे बीमार की दवा क्या है

ऐसे बीमार की दवा क्या है

जो बताता नहीं हुआ क्या है

कौन सुनता है इस ज़माने में

किस से कहिए कि इल्तिजा क्या है

लब-ए-बीमार थरथराते हैं

झुक के सुनिए ज़रा दुआ क्या है

मुझ को जो देखता है रोता है

कोई क्या जाने माजरा क्या है

हज़रत-ए-ख़िज़्र भी बता न सके

ज़िंदगानी का मुद्दआ' क्या है

दर्द पर दूसरों के हंस देना

ये भी अच्छा है तो बुरा क्या है

फ़ख़्र-ए-ख़ातून-ए-हिन्द है 'इस्मत'

हम से पूछे कोई वफ़ा क्या है

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In Hindi By Famous Poet Rifat Zamani Begum Ismat. is written by Rifat Zamani Begum Ismat. Complete Poem in Hindi by Rifat Zamani Begum Ismat. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.