Ghazals of Rifat-ul-Qasmi
नाम | रिफ़अतुल क़ासमी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rifat-ul-Qasmi |
ये इज़्न-ए-आम है ऐ वाइ'ज़ो आओ वुज़ू कर लो
क्यूँ अंधेरों का मुसाफ़िर है मुक़द्दर अपना
कहाँ पे लाई है मेरी ख़ुदी कहाँ से मुझे
नाम | रिफ़अतुल क़ासमी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rifat-ul-Qasmi |
ये इज़्न-ए-आम है ऐ वाइ'ज़ो आओ वुज़ू कर लो
क्यूँ अंधेरों का मुसाफ़िर है मुक़द्दर अपना
कहाँ पे लाई है मेरी ख़ुदी कहाँ से मुझे