रज़िया फ़सीह अहमद कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का रज़िया फ़सीह अहमद
नाम | रज़िया फ़सीह अहमद |
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अंग्रेज़ी नाम | Raziya Faseeh Ahmad |
जिस को तुम कहते हो ख़ुश-बख़्त सदा है मज़लूम
इक सहीफ़ा नया उतरा है सुना है लोगो
इक सहीफ़ा नया उतरा है सुना है लोगो
इक सहीफ़ा नया उतरा है सुना है लोगो
दिल तो है एक मगर दर्द के ख़ाने हैं बहुत
दिल के दर्द के कम होने का तन्हा कुछ सामान हुआ