बच्चा

नन्हा-मुन्ना बच्चा हूँ मैं

लेकिन बिल्कुल सच्चा हूँ मैं

पढ़ना मुझ को कम है भाता

खेल में लेकिन पक्का हूँ मैं

मैडम कहतीं तुम हो गंदे

मम्मी कहतीं अच्छा हूँ मैं

भय्या बाजी सब से लड़ता

नहीं किसी से डरता हूँ मैं

छोड़ूँगा अब सारी शरारत

तौबा उन से करता हूँ मैं

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Bachcha In Hindi By Famous Poet Raza-ul-Rahman Akif Sanbhali. Bachcha is written by Raza-ul-Rahman Akif Sanbhali. Complete Poem Bachcha in Hindi by Raza-ul-Rahman Akif Sanbhali. Download free Bachcha Poem for Youth in PDF. Bachcha is a Poem on Inspiration for young students. Share Bachcha with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.