वबाल-ए-जान हर इक बाल है म्याँ
वबाल-ए-जान हर इक बाल है म्याँ
तअ'ल्लुक़ दिल का क्या जंजाल है म्याँ
तलब में कौन दुनिया की हो पामाल
ये बैतुलमाल कुछ भी माल है म्याँ
ये काला-ए-जहाँ का मुँह हो काला
अगर समझो तो जी का काल है म्याँ
सुना होगा जो कुछ मजनूँ का अहवाल
वही अपने भी हस्ब-ए-हाल है म्याँ
तड़प कर रू-ब-रू हम उस के मर गए
न पूछो क्या मिरा अहवाल है म्याँ
क़दम रखते तुम्हारे दिल तड़प गए
ये कोई चाल है भौंचाल है म्याँ
नहीं जाता डफ़ाली-पन का सौदा
अजब सर पर मिरे धम्माल है म्याँ
खुला कब मौलवी से उक़्दा-ए-दिल
बहुत ये मसअला अश्काल है म्याँ
अगर है क़ौल तो मासूम का है
सिवा इस के तो क़ील-ओ-क़ाल है म्याँ
'रज़ा' क्या मिल गए उस जंग-जू से
तुम्हारा आज चेहरा लाल है म्याँ
(524) Peoples Rate This