Ghazals of Rasool Saqi
नाम | रसूल साक़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rasool Saqi |
सुब्ह-नुशूर क्यूँ मिरी आँखों में नूर आ गया
शौक़ से आए बुरा वक़्त अगर आता है
मिरी दिन के उजालों पर नज़र है
लाव-लश्कर जाह-ओ-हशमत है यहाँ
घर से निकल के आए हैं बाज़ार के लिए
नाम | रसूल साक़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rasool Saqi |
सुब्ह-नुशूर क्यूँ मिरी आँखों में नूर आ गया
शौक़ से आए बुरा वक़्त अगर आता है
मिरी दिन के उजालों पर नज़र है
लाव-लश्कर जाह-ओ-हशमत है यहाँ
घर से निकल के आए हैं बाज़ार के लिए