Ghazals of Rashid Anwar Rashid
नाम | राशिद अनवर राशिद |
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अंग्रेज़ी नाम | Rashid Anwar Rashid |
जन्म की तारीख | 1971 |
जन्म स्थान | Ranchi, Jharkhand |
ज़माना गुज़रा है लहरों से जंग करते हुए
यूँ न बेगाना रहो गीत सुनाती है हवा
ये सोच कर मैं रुका था कि तू पुकारेगा
ये न सोचा था कड़ी धूप से रिश्ता भी तो है
वो और लोग थे जो रास्ते बदलते रहे
उड़ती रहती थी सदा ख़ित्ता-ए-वीरान में ख़ाक
तड़प उठता हूँ यादों से लिपट कर शाम होते ही
सुना कि ख़ूब है उस के दयार का मौसम
रेत क़ाबिज़ थी बहुत ख़ामोश लगती थी नदी
क़याम रूह में कर ध्यान से उतर के न जा
नज़र से दूर रहे मुझ को आज़माए भी
नज़र में धूल फ़ज़ा में ग़ुबार चारों तरफ़
मुसाहिबत का कोई सिलसिला नहीं है क्या
मुंजमिद आख़िर है क्यूँ ता-हद्द-ए-मंज़र फैल जा
क्या कोई याद तिरे दिल को दुखाती है हवा
ख़िलाफ़ सारी लकीरें थीं हाथ मलते क्या
दस्त-ए-इम्काँ में कोई फूल खिलाया जाए
बस एक बार तिरा अक्स झिलमिलाया था
बहुत उदास है माह-ए-तमाम किस के लिए
अब तो इक पल के लिए भी न गंवाएँगे तुम्हें