Ghazals of Rashid Ameen
नाम | राशिद अमीन |
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अंग्रेज़ी नाम | Rashid Ameen |
तेरी मेहंदी में मिरे ख़ूँ की महक आ जाए
शहर से कोई मज़ाफ़ात में आया हुआ था
पत्थर पड़े हुए कहीं रस्ता बना हुआ
जुज़ और क्या किसी से है झगड़ा फ़क़ीर का
एक तस्वीर जो कमरे में लगाई हुई है
आँख की झील में कोहराम से आए हुए हैं