Ghazals of Rasheeduzzafar
नाम | रशीदुज़्ज़फ़र |
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अंग्रेज़ी नाम | Rasheeduzzafar |
तुझ से क़रीब-तर तिरी तन्हाइयों में हूँ
रुके हुए हैं जो दरिया उन्हें रवानी दे
मिरी शनाख़्त के हर नक़्श को मिटाता है
कहने को यहाँ जीने का सामान बहुत है
चाँद तन्हा है कहकशाँ तन्हा
अपनी क़िस्मत के हुए सारे सितारे पत्थर