उन की ख़ल्वत में 'रसा' भी होगा

उन की ख़ल्वत में 'रसा' भी होगा

कभी यूँ हुक्म-ए-ख़ुदा भी होगा

मुझ पे जो तू ने सितम ढाया है

कहीं दुनिया में हुआ भी होगा

सब्र वालों का भी दिन आएगा

एक दिन रोज़-ए-जज़ा भी होगा

आप सा कोई नहीं दुनिया में

आप ने ये तो सुना भी होगा

महफ़िल-ए-शेर में हो आएँ चलो

आज सुनते हैं 'रसा' भी होगा

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In Hindi By Famous Poet Rasa Rampuri. is written by Rasa Rampuri. Complete Poem in Hindi by Rasa Rampuri. Download free  Poem for Youth in PDF.  is a Poem on Inspiration for young students. Share  with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.