Ghazals of Ramesh Kanwal
नाम | रमेश कँवल |
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अंग्रेज़ी नाम | Ramesh Kanwal |
ज़िंदगी इन दिनों उदास कहाँ
ज़रा ज़रा सी बात पर वो मुझ से बद-गुमाँ रहे
तुझ से मैं मुझ से आश्ना तुम हो
नुक़रई उजाले पर सुरमई अंधेरा है
मुस्कराउँगा गुनगुनाउँगा
लो शुरूअ नफ़रत हुई
कभी बुलाओ, कभी मेरे घर भी आया करो
ग़म छुपाने में वक़्त लगता है
इक नशा सा ज़ेहन पर छाने लगा
अपनों के दरमियान सलामत नहीं रहे