Ghazals of Rakhshanda Naved
नाम | रख़्शंदा नवेद |
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अंग्रेज़ी नाम | Rakhshanda Naved |
जन्म की तारीख | 1959 |
वो दिलबर हैं तो गोया दिलबरी करनी पड़ेगी
माँग लेना सिला तो जाएज़ है
कैसे निकलूँ ख़ुमार से बाहर
जो निहायत मेहरबाँ है और निहाँ रक्खा गया
जो निहायत मेहरबाँ है और निहाँ रखा गया
ग़मी ख़ुशी बाँटी थी अपने बिस्तर से