Ghazals of Rajendra Kalkal
नाम | राजेन्द्र कलकल |
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अंग्रेज़ी नाम | Rajendra Kalkal |
वो सवालात मुझ पर उछाले गए
वो जितना मुझे आज़माता रहेगा
उठा ख़ुद जिस से जाता भी नहीं है
मिरे कहने में पटवारी नहीं है
ख़्वाब आँखों को हमारी जो दिखाए आइना
दुख से ग़ैरों के पिघलता कौन है
दिल ये करता है आज मेरा भी
चलो माना कि फुर्तीले नहीं थे