राही कुरैशी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का राही कुरैशी
नाम | राही कुरैशी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rahi Quraishi |
तबाही बस्तियों की है निगहबानों से वाबस्ता
पहचान कम हुई न शनासाई कम हुई
लहू आँखों में रौशन है ये मंज़र देखना अब के
अहद-ए-गुम-गश्ता की निशानी हूँ
नाम | राही कुरैशी |
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अंग्रेज़ी नाम | Rahi Quraishi |
तबाही बस्तियों की है निगहबानों से वाबस्ता
पहचान कम हुई न शनासाई कम हुई
लहू आँखों में रौशन है ये मंज़र देखना अब के
अहद-ए-गुम-गश्ता की निशानी हूँ