Ghazals of Rahi Fidai
नाम | राही फ़िदाई |
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अंग्रेज़ी नाम | Rahi Fidai |
जन्म की तारीख | 1949 |
जन्म स्थान | Bangalore |
यास-ओ-हिरास-ओ-जौर-ओ-जफ़ा से अलग-थलग
वक़्त के इंतिज़ार में वो है
सुनो तो आरिज़ा-ए-इख़तिलाज रहने दो
मुतालेआ की हवस है किताब दे जाओ
मता-ओ-माल-ए-हवस हुब्ब-ए-आल सामने है
कोई नश्शा न कोई ख़्वाब ख़रीद
ख़ुद को मुम्ताज़ बनाने की दिली-ख़्वाहिश में
हम न होते काख़-ए-मुश्त-ए-ख़ाक होता ग़ालिबन
हर इक फ़न में यक़ीनन ताक़ है वो
एहसास-ए-ज़िम्मेदारी बेदार हो रहा है