क़य्यूम नज़र कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का क़य्यूम नज़र
नाम | क़य्यूम नज़र |
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अंग्रेज़ी नाम | Qayyum Nazar |
जन्म की तारीख | 1914 |
मौत की तिथि | 1989 |
याद आया भी तो यूँ अहद-ए-वफ़ा
तेरी निगह से तुझ को ख़बर है कि क्या हुआ
पूछो तो एक एक है तन्हा सुलग रहा
नक़्श-ए-कफ़-ए-पा ने गुल खिलाए
ख़लिश-ए-तअस्सुर
एक नज़्म
चाँद चमकने लगता है
अकेला
वो कहाँ मुझ पे जफ़ा करता था
तेरी निगह से तुझ को ख़बर है कि क्या हुआ
सूरज की किरन का शोबदा है
शहर में रंग है न ख़ुश्बू है
सेर-शिकमी का भूक से है मिलाप
माथे पर टीका संदल का अब दिल के कारन रहता है
क्यूँ बैठ गए ग़ुबार से हम
ख़्वाहिशों की मौत का यारो भला चाहा करो
जाएँ घुड़-दौड़ पर कि खेलें ताश
इन की जब नुक्ता-वरी याद आई
धुँदला दिया ज़ीस्त का तसव्वुर
चनारें वादियों में मुश्तइ'ल हैं
चमन-बंदी पे है महशर बपा क्या
आप क्यूँ छेड़ते हैं दीपक राग