Ghazals of Qamar Abbas Qamar
नाम | क़मर अब्बास क़मर |
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अंग्रेज़ी नाम | Qamar Abbas Qamar |
जन्म की तारीख | 1993 |
जन्म स्थान | Mau, Uttar Pradesh |
यूँ सितम ढाए गए हैं तिरे दीवाने पर
ये कौन है जो सर-ए-रोज़गार आया है
यक़ीं की हद को जा पहुँचा जो पहले था गुमाँ अपना
वो जो करते थे बात बात का ग़म
शोरिश-ए-हर्फ़ है अयाग़ में कुछ
सहमी है शाम जागी हुई रात इन दिनों
मिसाल-ए-मुश्क ज़बाँ से मिरी फ़साना गया
मिरे वजूद की गहराइयों में रहता है
मरकज़-ए-हर्फ़ तकल्लुम था बयाँ तक न हुआ
दिल ने मेरी नहीं सुनी तौबा
ब-वक़्त-ए-शाम उमीदों का ढल गया सूरज
ऐ उम्र-ए-नाज़ तुझ को गुज़ारे गुज़र न था