Ghazals of Prem Bhandari
नाम | प्रेम भण्डारी |
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अंग्रेज़ी नाम | Prem Bhandari |
जन्म की तारीख | 1949 |
रंज-ओ-ग़म से जो बे-ख़बर होता
फूल सा इक खिला है आँखों में
है मिरे दिल की ये तस्वीर नज़र में रख लो
एक मुद्दत से उसे हम ने जुदा रक्खा है
दिल में ग़म आँख में हँसी देखी
दिल धड़कने का सबब क्या होगा
बात कैसी भी हो अंदाज़ नया देता था