तुम कुँवारी रह के शौहर ढूँडती रह जाओगी
देख लेना ज़िंदगी भर ढूँडती रह जाओगी
जल्द से जल्द अपने घर में नौकरी दे दो मुझे
वर्ना बे-क़ीमत का नौकर ढूँडती रह जाओगी
Allama Iqbal
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